आज मैं आपको घुटनों के विषय में जानकारी देना चाहता हूँ।
आज अधिकतर लोग घुटनों से बहुत परेशान है। घुटनों में दर्द है, चुभन है, कट-कट की आवाज आती है, जीना चढ़ने उतरने में दिक्कत होती है, टांगों में कमजोरी रहती है, अकड़न रहती है, स्टीफनेस फील होती है। जब बहुत ज्यादा दिक्कत होने लगती है। तो अधिकतर लोग पेन किलर का इस्तेमाल करते हैं। पेन किलर ज्यादा नहीं खाने चाहिए। कभी कभार तो ठीक है। अगर ज्यादा पेन किलर खाने पड़े तो इससे हमें साइड इफेक्ट होते हैं। तो पेन किलर आपको ना खाने पड़े इसके लिए मैं आपको एक प्राकृतिक चिकित्सा बताता हूं। तो देखते हैं, वह क्या है,
यह केवल 2 मिनट की चिकित्सा है। जो नल में से पानी आता है। जो बोरिंग वाला पानी आता है। उतनी ही ठंडक हमें चिकित्सा को करने के लिए चाहिए और अगर आपके घर में बोरिंग वाला पानी नहीं है। तो बाल्टी में भी पानी लेकर इस चिकित्सा को किया जा सकता हैं। मैं यह दोनों ही तरीके आपको बताऊंगा
पहला चिकित्सा
फिलहाल से इस चिकित्सा को कैसे करते हैं। तो एक पटरी लेंगे और पटरी को नल के नीचे सेट कर लेंगे और पानी को खोल देंगे जिससे घुटनों के ऊपर 1 मिनट तक हम लगातार पानी डालेंगे और यह पानी ज्यादा ऊंचाई से नहीं गिरना चाहिए। ताकि आप को चोट ना पहुंचे जब इसका 1 मिनट पूरा हो जाए और दूसरा घटना पटरी के ऊपर करेंगे और जब इसको करते हुए भी 1 मिनट पूरा हो जाए तो नल बंद कर दें। और अपने कपड़ों को पहनकर तेज रफ्तार से पार्क में टहलने के लिए चले जाएंगे। कम से कम 20 से 30 मिनट टहल कर आना है। ताकि जो हमें हमारी टांगों में, घुटनों में ठंड आई है वो चली जाए। वापस से उसमें स्वभाविक गर्मी आ जाए। अब मैं आपको बताता हूं।
दूसरा चिकित्सा
दूसरा ट्रीटमेंट कैसे करना है। तो बाल्टी में पानी लेंगे और पानी का टेंपरेचर कितना ठंडा होना चाहिए जैसे घड़े का ठंडा पानी होता है। इसके लिए फ्रिज की बोतल से ठंडा पानी में मिक्स कर लेंगे और घोड़े जैसा टेंपरेचर बना लेंगे उसके बाद दोनों घुटनों पर 2 मिनट तक लगातार हम पानी को डालते रहेंगे। जब 2 मिनट पूरे हो जाए तो खड़े होकर अपने कपड़े चेंज करें और पार्क में टहलने के लिए चले जाए। कम से कम 20 से 30 मिनट तक पार्क में टहल कर आना है। ताकि जो हमें हमारी टांगों में घुटनों में ठंडक आ गई है। वापस से उसमें गर्मी आ जाए जो व्यक्ति बूढ़े हैं, कमजोर है। चल नहीं सकते उनको ठंडे पानी में तौलिया भिगोकर घुटने से लेकर पैर के पंजो तक एक-एक मिनट तक दोनों पैरों पर ठंडे तौलिए से पोंछ दें। और फिर कंबल ओढ़ा दे जब तक स्वभाविक गर्मी वापस ना आए तब तक कंबल ओढ़ कर रहे। आप रोजाना करते रहे तो आप पहले ही दिन से फील करेंगे आपको आराम होना शुरू हो गया है। और एक हफ्ते आपको बहुत ज्यादा बदलाव मिलेगा तो मैं आपको दावे से कह सकता हूं आपकी सारी समस्याएं सुलझ जाएंगी और आप एक खुशहाल जीवन व्यतीत करेंगे यह चिकित्सा आपको घुटनों और टांगों में तो आराम देगी
उसके साथ-साथ आपको अगर बीपी हाई है। सर्दी जुखाम खांसी अस्थमा इस टाइप की प्रॉब्लम से उन सब प्रॉब्लम्स में यह आपको पूरा आराम देगी इस चिकित्सा को आप सुबह शाम दोनो टाइम कर सकते हैं। और अगर स्वस्थ मनुष्य भी इस चिकित्स कों करेगा तो वह कभी बीमार नहीं होगा स्वस्थ बना रहेगा। मैं एक प्राकृतिक चिकित्सक हूँ इसलिए मैं चाहता हूं कि आपको कभी दवाइयां ना खाने पड़े और आप लोग बिना दवाइयों के स्वस्थ बने रहें इसीलिए मेरा यह उद्देश्य रहता है कि मैं कुछ ना कुछ ऐसी पोस्ट आपके लिए डालता रहूँ । आप उसे पढ़ते रहें और स्वस्थ बने रहें।
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