अनुकूल समय (Suitable time)

सोयाबीन फसल की खेती के लिए 15 जून से 1 जुलाई तक का समय बहुत ही अनुकूल है। 



खेत तैयार (Farm Preparation)

सबसे पहले खेत को गहरी जुताई कराना है। गहरी जुताई कर आने के बाद खेत को समतल कर आते समय 1 से 2 ट्राली गोबर की खाद को पूरे खेत में बिखेर कर रोटावेटर की सहायता से खेत को समतल करा दीजिए। लेकिन जब आप गहरी जुताई करा रहे हैं। उसके बाद कम से कम 1 महीने तक तेज धूप खेतों में लगाएं जिससे फंगस और खरपतवार जैसे कि मोथा घास खत्म हो जाए धूप लगाना बहुत ही जरूरी होता है। और मृदा का PH value 7.5- 8.0 तक होना चाहिए।

सोयाबीन की उन्नत किस्में (Hybrid Variety)

( 1 ) JS 2034 

85-90 दिनों में तैयार । उत्पादन 24 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर बुवाई का समय 15 जून से 30 जून । प्रति एकड़ SEEDS की आवश्यकता 30KG से 35KG |

( 2 ) JS 2069

85-86 दिनों में तैयार । उत्पादन 22 से 26 क्विंटल प्रति हेक्टेयर । प्रति एकड़ SEEDS की आवश्यकता 40 KG ।

( 3 ) JS 9560 

80-85 दिनों में तैयार । उत्पादन = 25 से 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर बुवाई का समय 17 जून से 25 जून । प्रति एकड़ | SEEDS की आवश्यकता 40KG ।

( 4 ) JS 2029 

95 दिनों में तैयार । उत्पादन = 25 से 26 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्रति एकड़ SEEDS की आवश्यकता 40KG । बुवाई का समय 15 जून से 30 जून ।

( 5 ) VS 6124 

90-95 दिनों में तैयार । उत्पादन = 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर 457 प्रति एकड़ SEEDS की आवश्यकता 35-40KG । बुवाई का समय 15 जून से 27 जून ।

प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता (Per Acre seeds Requirements)

लगभग 40 से 45 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता पड़ती है।

बुवाई के समय खाद (Besal Dose)

DAP 50 KG + SSP दानेदार 50 KG +MOP 25 KG इन सभी खातों को मिक्स करके आप जिस समय बुवाई कर रहे हैं। उस समय इस्तेमाल कर सकते हैं।

बीज उपचार (Seeds treatment)

सोयाबीन का बीज उपचार करना बहुत ही आवश्यक है। बीज उपचार के लिए कई प्रकार के कीटनाशक कई प्रकार के फंगीसाइडबाजार में उपलब्ध हैं। जो काफी समय से अच्छा रिजल्ट देती आ रही है। जैसे- BASF Xelora, Bayer Gaucho, आप इन दोनों फंगीसाइड में से किसी से भी बीज उपचार कर सकते हैं।

खरपतवार की रोकथाम (weed control)

बुवाई से 72 घंटों के अंदर pre emergent herbicide का भी स्प्रे कर सकते हैं। Valor-32 को 200 लीटर पानी में बुवाई के तुरंत बाद आप स्प्रे कर सकते हैं। अगर आप बुवाई के बाद खरपतवार नाशक का स्प्रे नहीं कर पाए हैं। तो जैसे ही आप की सोयाबीन की फसल 20 से 25 दिनों की आस पास की होती है तो आप खरपतवार नाशक का स्प्रे कर सकते हैं।

कीट और उनकी रोकथाम (Spray Schedule)

सोयाबीन की फसल पर कई प्रकार के कीड़ों का प्रकोप देखने को मिलता है। जैसे रिंग कटर गार्डन बीटर हरी ईल्ली तंबाकू ईल्ली सफेद मक्खी मच्छर साथ ही पाउडरी मिलडायू रस चूसक किट आदि के प्रकोप देखने को मिलती है। इन सभी कीटों के साथ-साथ और कई प्रकार के कीड़ों के प्रकोप से बचने के लिए- 

1st spray .... बुवाई से 25 वे दिन .. पोषक सुपर 200ml UPL Atabron 300ml Trizophos 44EC 300ml प्रति एकड़ की दर से 150 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। 

2nd spray ..... बुवाई से 42-45 वे दिन .... Ampligo 80ml Fantac plus Tonic 100ml Swadheen fungicide 300gm NPK 19-19-19 1kg प्रति एकड़ की दर से 150 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।

3rd spray . बुवाई से 60-65 वे दिन .... Bayer Fame 50ml folicur fungicide 200ml प्रति एकड़ की दर से 150 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।

अगर आपको अपने फसल को कीटों से मुक्त रखना है। और उपज भी ठीक तरीके से लेना है तो यह तीनों स्प्रे बहुत ही आवश्यक है।

जब आपकी सोयाबीन की फसल पर 5% फूल आ जाए तो आप Godrage Double का स्प्रे कर सकते हैं। यह अधिक से अधिक दानों को भरने का काम करता है और अधिक से अधिक फल्लिया लाता है। 

जब सोयाबीन की फसल की जरूरत से अधिक हाइट हो रही हो और फल फूल की संख्या भी कम हो रही हो तो PGR (Lihocin) का स्प्रे कर सकते हैं। 

खाद शेड्यूल (Fertigation Schedule)

1st खाद ...... बुवाई से 20-25 वे दिन..... यूरिया खाद 30 kg + Sulphur 5kg + Micronutrient 5kg प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करें।

2nd खाद .... बुवाई से 45 वे दिन .... 8kg calcium nitrate + 8kg सागरिका दानेदार प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करे।

3rd खाद .... बुवाई से 60 वे दिन ..... Zinc sulphate 5kg NPK 0-0-50 5kg प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करे।

उत्पादन (Productions)

उत्पादन मिट्टी और खाद पर निर्भर करता है। वैसे देखा जाए तो 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से बड़े आसानी से उत्पादन निकाल सकते हैं। उत्पादन वैरायटी पर और आपकी देखरेख के साथ-साथ आपकी मिट्टी पर भी निर्भर करता है।



सोयाबीन की फसल पर सबसे बड़ी समस्या

सोयाबीन की फसल पर सबसे बड़ी समस्या आती है। पीला मॉजिक  वायरस की और इस वायरस को फैलाने का काम करता है। वाइट फ्लाई सफेद मक्खी की रोकथाम के लिए आप Acetamiprid 20% sp , SLR-525, LANO, Sefina, इनमें से किसी का भी स्प्रे आप कर सकते हैं। 



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