BITTER GOURD FARMING A TO Z INFORMATION 

उन्नत समय (Suitable time)

बरसात के लिए-जुलाई, अगस्त और सितंबर तथा गर्मियों के लिए-नवंबर, दिसंबर और जनवरी तथा अंतिम फरवरी तक करेले की खेती के लिए अनुकूल समय माना गया है।



नर्सरी तैयार (Nursery Preparation)

करेले की नर्सरी आप 2 तरीकों से तैयार कर सकते हैं। पहला जैविक कंपोस्ट पॉलिथीन के द्वारा दूसरा प्रो ट्रे और कोको पीट खाद से आप नर्सरी तैयार कर सकते हैं। करेले की नर्सरी 30 से 35 दिनों पर तैयार हो जाती है।

अगर आप की नर्सरी में फंगस लग गए हैं। तो नीम की पत्ती का रस निकालकर 15 लीटर पानी में 250ml मिलाकर स्प्रे करें इससे सभी प्रकार के फंगस खत्म हो जाएंगे।

अनुकूल मिट्टी (Suitable Soil)

भारत के सभी राज्यों में सफलतापूर्वक करेले की उन्नत खेती की जाती है। करेले की खेती के लिए काली मिट्टी पीली मिट्टी रेतीली मिट्टी आदि सभी प्रकार की मिट्टी पर आप करेले की खेती कर सकते हैं।

अनुकूल तापमान (Suitable Temperature)

करेले की फसल के लिए अनुकूल तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से 35 डिग्री सेल्सियस तक का माना गया है। अगर इससे तापमान कम या अधिक होता है। तो करेले के उत्पादन में कमी आती है साथ ही फल और फूल भी कम लगते हैं।

उन्नत किस्में (Hybrid variety)

US, SW-810, SW-811, SW-812, SW-813, यह किसने बहुत ही बढ़िया है इसके 50 ग्राम की पैकेटलगभग ₹550 में आते हैं। इसकी मार्केटिंग भी काफी अच्छी रहती है। इसकी प्राइस भी अच्छी रहती है जो विक्रेताओं को खरीदने और बेचने में अच्छा रहता है। आप अपने एरिया के अनुसार वैरायटी का चयन करें।

Plant transplants 

लगभग 35 दिनों से भी कम समय में करेले की नर्सरी तैयार हो जाती है। यदि आप खुद नर्सरी तैयार कर रहे हैं। तो 35 दिनों से अधिक की नर्सरी नहीं होनी चाहिए।

पौधे रोपाई के समय कौन सी खाद डालनी चाहिए 

जब आप पौध रोपाई के लिए गड्ढा खोदते हैं। तो उस गड्ढे में NPK 12-32-16 खाद्य को 20-20 ग्राम की दर से प्रति गड्ढे में दे सकते हैं। अगर आपके पास वर्मी कंपोस्ट है। तो भी आप इसे गड्ढे में डालकर प्लांटेशन कर सकते हैं।

मल्चिंग पेपर (Mulching Paper)

हम साधारण तरीके से कर रहे हैं। वासकिय मंडप करेले की खेती। अगर आप मल्चिंग और ड्रिप लगा रहे हैं। तो मल्चिंग पेपर 25 माइक्रोन का होना चाहिए और अगर आप दो फसलें लेना चाहते हैं तो 30 माइक्रोन का मल्चिंग पेपर होना चाहिए।

अगर आप ड्रिप लगाना चाहते हैं। तो 16 mm की ड्रिप ही लगाएं क्योंकि 16 mm की ड्रिप से आप पर करेले के साथ साथ टमाटर शिमला मिर्च आदि कई प्रकार के खेती कर सकते हैं। 

बीज उपचार (Seeds treatment)

किसी भी फसल को बुवाई या प्लांटेशन करने से पहलेउसके बीजों के उपचार अवश्य करें। बीज उपचार करने से हंड्रेड परसेंट बीज अंकुरण होते हैं। करेले को Mencozeb, Carbendazim, Saaf powder इनमें से किसी से भी आप बीज उपचार कर सकते हैं।

प्रति एकड़ पौधों की आवश्यकता (Per Acre Plant requirement)

1 एकड़ में 2700 से 5400 करेले के पौधों की आवश्यकता पड़ती है यदि आप एक-एक पौधों को लगा रहे हैं। तो 2700 पौधों की आवश्यकता होगी यदि आप दो दो पौधों को लगा रहे हैं। तो 5400 पौधों की आवश्यकता होगी।

1 एकड़ में कितने बीजों की आवश्यकता होती है (Per Acre seeds)

1 एकड़ में 800 ग्राम से 1 किलोग्राम तक बीजों की आवश्यकता होती है।

Plant Drenching 

यदि आप करेले की खेती वैज्ञानिक तरीकों से कर रहे हैं। तो पौधों की  ड्रिंचिंग अवश्य करें। रोपाई से 2-3वे दिन 500 लीटर पानी 500ml ट्राइकोडरमा tonic + एक किलोग्राम NPK 19-19-19 ( प्रति एकड़ जड़ों के पास दीजिए )। आप इस विधि की ड्रिंचिंग को 1-2 बार दोहरा सकते हैं।

सिंचाई की आवश्यकता (Irrigation)

गर्मियों में अधिक सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। और बरसात में कम सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। अगर आप ड्रिप पर खेती कर रहे हैं तो 2 से 3 दिनों के अंतराल पर भी सिंचाई कर सकते हैं या आप रोजाना 2 या 3 घंटे भी ड्रिप पर पानी छोड़ सकते हैं।

Plant Growth Tonic 

जब करेले की फसल 15 से 30 दिन की होती है और आप चाहते हैं कि इसकी ग्रोथ अच्छे से हो तो आप BIOVITA को 300ml प्रति एकड़ की दर से में आकर स्प्रे कर सकते हैं। या स्प्रे करने के बाद आप की फसल है। ठीक तरीके से ग्रो करने के साथ-साथ हरी-भरी भी रहेंगी।

Fertigation Schedule 

रोपाई से 12 वे दिन 2kg ( NPK ) घुलनशील खाद 19-19-19 + गन्ने का गुड़ 100gm ड्रिप सिंचाई में दीजिए ( प्रति एकड़)

रोपाई से 16 वे दिन 3kg ( NPK ) घुलनशील खाद 17-44-0 + Liquid Humic Acid 500ml ( प्रति एकड़ ड्रिप सिंचाई में दीजिए)

रोपाई से 20 वे दिन 4 kg ( NPK ) घुलनशील खाद 12-61-0 + सल्फर युक्त खाद 2kg ( प्रति एकड़ ड्रिप सिंचाई में दीजिए)

रोपाई से 30 वे दिन 3 kg ( NPK ) घुलनशील खाद 0 : 52 : 34+ Boron युक्त खाद 1kg ड्रिप सिंचाई में दीजिए ( प्रति एकड़)

रोपाई से 40 वे दिन Phosphorus bacteria K - Max Super खाद 4 kg ड्रिप सिंचाई में दीजिए।

रोपाई से 50 वे दिन 13:40:13 ( NPK ) Water Soluble Fertilizers खाद 4kg + सूक्ष्म पोषक तत्व युक्त खाद 5kg ड्रिप सिंचाई में दीजिए ( प्रति एकड़)

रोपाई से 60 वे दिन 0:52:34 ( NPK ) Water Soluble Fertilizers खाद 4kg + जिंक युक्त खाद 3kg ड्रिप सिंचाई में दीजिए ( प्रति एकड़)

रोपाई से 70 वे दिन 0 : 0 : 50 ( NPK ) Water Soluble Fertilizers खाद 4kg + सूक्ष्म पोषक तत्व युक्त खाद 5kg ड्रिप सिंचाई में दीजिए ( प्रति एकड़)

रोपाई से 80 वे दिन 19:19:19 ( NPK ) Water Soluble Fertilizers खाद 2kg + NPK 12 : 61 : 0 ( 2kg ) घुलनशील Humic Acid 1kg ( प्रति एकड़ ) ड्रिप सिंचाई में दीजिए।

खाद का प्रयोग आप पौधे को देखते हुए ही करें अगर आप हमारे बताएं वे नियमों के अनुसार खाद डालते हैं। तो उत्पादन बहुत ही अच्छा होगा।

पौधे से पौधे की दूरी Plant to Plant Distance)

पौधे से पौधे की दूरी 3 फीट और लाइन से लाइन की दूरी 6 फीट तथा मंडप से मंडप की दूरी 3 से 4 फीट और मंडल की ऊंचाई 6 फीट तक होनी चाहिए।



कीट नियंत्रण 

करेले की फसल पर फल आने से पहले कई प्रकार के रस चूसक कीट, ईल्ली, फल भेदक किट, तथा कई प्रकार के फंगस, देखने को मिलता है ऐसे में आप Bayer Solomon insecticide 100 ml per Acre की दर से स्प्रे कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त Sajenta polytrin जो करेले में लगने वाले सही प्रकार के कीड़ों को नियंत्रण करती है इसकी आपको 250ml /- per Acre की स्प्रे कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त ROGOR 200ml per Acre की दर से स्प्रे कर सकते हैं। UPL, RENOVA 60gm per Acre की दर से स्प्रे कर सकते हैं। अगर इसके अतिरिक्त कीटों की बड़ी मात्रा में प्रकोप है तो PROFEX SUPER का भी स्प्रे आप कर सकते हैं। 

खरपतवार नियंत्रण (weed control)

मजदूरों की सहायता से आप खरपतवार निकाल सकते हैं।


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