Cauliflower Farming A to Z Information

अनुकूल समय (Suitable time)।

फूलगोभी की खेती तीनों सीजन ठंडी, गर्मी और बरसात के लिए उपयुक्त है। बरसात के लिए मई जून-जुलाई तथा ठंडी और गर्मी के लिए अक्टूबर नवंबर और दिसंबर में सफलतापूर्वक फूलगोभी की खेती कर सकते हैं।


 

नर्सरी तैयार (Nursery Preparation)।

फूल गोभी की नर्सरी 22 से 25 दिनों में तैयार हो जाती है। अगर आप फूलगोभी की अगेती खेती करना चाहते हैं। तो अप्रैल मई और जून महीने में अगेती खेती कर सकते हैं। और अगर आप फूलगोभी की पछेती खेती करना चाहते हैं। तो अगस्त और सितंबर महीने में खेती कर सकते हैं।

फूल गोभी की नर्सरी आप दो तरीके से तैयार कर सकते हैं। पहला आप प्रो ट्रे में नर्सरी तैयार कर सकते हैं। दूसरा आप मिट्टी की मैड बनाकर उस पर नर्सरी तैयार कर सकते हैं। यदि आप प्रो ट्रे से नर्सरी तैयार कर रहे हैं। तो प्रो ट्रे में कोको पीट खाद डालकर एक-एक बीजों की बुवाई कर दीजिए और नर्सरी के ऊपरी भाग पर मध्यम धूप परनी चाहिए। उसके ऊपर आप पॉलिथीनकी मंडप बना दीजिए यदि आप मिट्टी के ऊपर नर्सरी तैयार कर रहे हैं। तो मिट्टी की क्यारि बनाकर 1 फीट ऊंचा मेड बनाइए। उसको ऊपर से प्लास्टिक की पन्नी से कवर कर दीजिए जिससे धूप कम पड़े और नर्सरी के जड़ों के पास नमी बनी रहनी चाहिए। यदि आप सिंपल तरीकों से नर्सरी तैयार कर रहे हैं तो 15x15 नर्सरी तैयार करने के लिए 2 क्विंटल गोबर की खाद + 5 किलो की DAP + 5 किलोग्राम SSP को मिट्टी में मिला दीजिए और ( बीजों की बुवाई कर दीजिए )। यदि नर्सरी में किसी प्रकार की समस्या जैसे फंगस होती है तो Mencozeb का स्प्रे जरूर करना है।

बीज उपचार (seed treatment)

बीज उपचार करने से 100% अंकुरण होते हैं। Dhanuka Agragate का Vitavax Power से आप बीजों का उपचार कर सकते हैं।

मिट्टी और तापमान (Soil & temperature)।

रेतीली मिट्टी में अधिक पानी और खाद की जरूरत पड़ती है। बाकी आप काली मिट्टी, पीली मिट्टी, चिकनी मिट्टी, चिकनी दोमट मिट्टी, सभी प्रकार की मिट्टी में गोभी की खेती सफलतापूर्वक कर सकते हैं और मृदा का PH VALUE 5.5-7.5 तक बढ़िया रहता है। ठंडे जलवायु में आप सफलतापूर्वक फूलगोभी की खेती कर सकते हैं। अगर तापमान की बात की जाए तो 10 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस तक की तापमान में सफलतापूर्वक फूलगोभी की खेती कर सकते हैं।

खेत तैयार (Farm Preparation)।

खेत तैयार करते समय आप अंतिम जुताई पर एक से दो ट्राली पक्की गोबर की खाद या सड़ी गोबर की खाद को खेत में भी बिखेड़ कर रोटावेटर से खेत को समतल करा दीजिए। अगर आपके पास गोबर की खाद या मुर्गी की खाद नहीं है। तो आप रसायनिक तरीके से भी खेत को तैयार कर सकते हैं। रासायनिक विधि के लिए 2 से 3 बोरी SSP  लगभग 150 किलोग्राम को खेत में बिखेर कर रोटावेटर से खेत को समतल करा दीजिए। 

सिंचाई (irrigation system)।

फूलगोभी की सफलतापूर्वक खेती करने के लिए सिंचाई के उपयुक्त मात्रा में व्यवस्था होनी चाहिए। तभी आप फूलगोभी की सफलतापूर्वक खेती कर सकते हैं। क्योंकि सर्दी में 4 से 8 दिनों मेंफूलगोभी की सिंचाई करनी पड़ती है। परंतु गर्मी में हर तीसरे दिन पर फूलगोभी को भी खिंचाई की आवश्यकता होती है। 

फूलगोभी की उन्नत किस्में (Hybrid variety)।

अगेती खेती के लिए।

Syngenta CFL-6099 फूलगोभी की यह वैरायटी नर्सरी से लेकर है। हार्वेस्टिंग तक 70 दिनों में तैयार हो जाती है। और इसकी फूल सफेद रंग की होती है। इसके 10 ग्राम की कीमत ₹380 से लेकर ₹400 तक है।और इसके फूल की साइज भी मध्यम आती है। जिसकी मार्केटिंग करने में कोई दिक्कत भी नहीं आती हैं।

US Agriseeds SW-1104 इस वैरायटी का भी फूल का साइज मध्यम रहता है। इसका जिसका वजन 2 किलोग्राम से लेकर 4 किलोग्राम तक रहता है। यह वैरायटी हार्वेस्टिंग के लिए लगभग 65 दिनों में तैयार हो जाती है। इस बीच की भी कीमत 10 ग्राम के लगभग ₹400 के आसपास है ।

पछेती खेती के लिए।

Sakata White Excel इस वैरायटी का फूल का साइज देर किलोग्राम से 2 किलोग्राम तक का होता है। और इसके 10 ग्राम बीज की कीमत लगभग ₹320 के आसपास पड़ता है।

Seminis Girija इसके फूल का रंग दूधिया सफेद होता है। इसके फूल का साइज 1 किलोग्राम से दो-तीन किलोग्राम तक होता है। और यह 60 से 70 दिनों मैं हारवेस्टिंग के लिए तैयार हो जाता है। इसके 10 ग्राम बीज की कीमत ₹300 के आसपास पड़ता है।

पौधे की रोपाई (Transplant)।

रोपाई करते समय खाद 15-15 ग्राम एनपीके 12-32-16 खाद को प्रति गड्डे की दर से दीजिए। फूलगोभी के पौधे में कई तरह के फंगस एवं बैक्टीरिया आते हैं। इसके लिए आपको प्लांट ट्रांसप्लांट करते समय ही 10 लीटर पानी पर / -200 ग्राम Carvendazim fungicide घोल बनाकर जडो को डुबाकर रोपाई कीजिए। ऐसा करने से आप के पौधों में जड़ गलन की समस्या नहीं आएगी।

Plant Drenching 

अगर आप अगेती खेती कर रहे हैं। तो प्लांट ड्रिंचिंग करना बहुत ही जरूरी है। अगर आप अप्रैल मई या जून में खेती कर रहे हैं। तो दो से तीन ड्रिंचिंग अवश्य करें। ड्रिंचिंग करने से पौधे का उपाय एवं उत्पादन अच्छे तरीके से हो पाता है। ड्रिंचिंग करने के लिए 

रोपाई से 2-3वें दिन (प्रति एकड़) 1st Drinching 

1000 लीटर पानी + 500gm NPK खाद 19 : 19 : 19+ 200gm गन्ने का गुड़ + 2kg Humic Acid fertilizer मिक्स घोल बनाकर प्रति पौधे 100 - 100 मिली ( ML ) की दर से प्रति पौधो पर गिलास या पंप की सहायता से दीजिए जड़ों के पास। 

रोपाई से 5-6वें दिन ( प्रति एकड़ ) 2nd Drinching 

1000 लीटर पानी + 500gm NPK खाद 19:19:19 + 200gm गन्ने का गुड़ 2kg Humic Acid fertilizer मिक्स घोल बनाकर प्रति पौधे 100-100 मिली ( ML ) की दर से प्रति पौधे पर गिलास या पंप की सहायता से दीजिए जडों के पास।

रोपाई से 8-9वें दिन ( प्रति एकड़ ) 3nd Drinching 

1000 लीटर पानी + 500gm NPK खाद 19:19:19 + 200gm गन्ने का गुड़ 2kg Humic Acid fertilizer मिक्स पोल बनाकर प्रति पोपे 100 - 100 मिली ( ML ) की दर से प्रति पौधेपर गिलास या पंप की सहायता से दीजिए जड़ों के पास।

प्रति एकड़ पौधों की आवश्यकता (Per Acre plant requirement)

1 एकड़ में 20000 से 25000 पौधों की आवश्यकता पड़ती है। 

Plant growth promoter 

अगर आप चाहते हैं प्लांटेशन के बाद आपकी प्लांट की ग्रोथ अच्छी हो तो BIOVITA SEAWEED 30 वें दिन की फसल 1st spray 200ml / - एकड़ 55 वें दिन की फसल 2nd spray 200ml / - एकड़ 

कीट प्रकोप एवं नियंत्रण

फूल गोभी की फसल पर मुख्य रूप से कटर पिलर, रस चूसक कीट, तंबाकू ईल्ली, सफेद मक्खी और पत्तों को काटने वाले कई प्रकार के फिट होते हैं। फूलगोभी पर और भी कई प्रकार के कीट आते हैं। परंतु यह सभी की टीम बहुत ही नुकसान पहुंचाते हैं अगर समय रहते इसका नियंत्रण नहीं किया जाता है। तो यह काफी नुकसान पहुंचाता है अगर हमारे पत्तों में रस चूसने वाले कीट आए तो imidacloprid 40 % + fipronil 40 % insecticide ( OR ST Police ) 150gm / - प्रति एकड इधर से स्प्रे करेंगे तो हमको बहुत अच्छा रिजल्ट मिलेगा इसके अतिरिक्त इल्लीयो को कंट्रोल करने के लिए 

Sumiprempt, 250ml /- per Acre 200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।

KING DOXA, 80ml/per Acre 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

Barazide, 250ml /- Per Acre 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

Plethora, 200ml /- Per Acre 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

आप इन चारों में से किसी एक का स्प्रे करके ईल्ली से छुटकारा पा सकते हैं।

खाद्य सेड्यूल (Fartigations Schedule)

रोपाई से 10 वें दिन ( प्रति एकड़ ) NPK 19-19-19 3Kg + 2kg HumicAcid fertilizer | ( प्रति एकड़ ) Drip / जों के पास दीजिए और पानी चला दीजिए।

रोपाई से 20 वें दिन ( प्रति एकड़ ) NPK 12-61-00 4Kg + 5kg सूक्ष्म पोषक तत्व fertilizer ( प्रति एकड़ ) Drip / जड़ों के पास दीजिए और पानी चला दीजिए।

रोपाई से 30 वें दिन ( प्रति एकड़ ) 3kg सल्फर युक्त खाद + 0-52-34 ( 4Kg ) ( प्रति एकड़ ) | Drip / जड़ों के पास दीजिए और पानी चला दीजिए।

रोपाई से 40 वें दिन ( प्रति एकड़ ) 10kg calcium nitrate + Zinc युक्त खाद 5kg + ( प्रति एकड़ ) Drip / जड़ों के पास दीजिए और पानी चला दीजिए।

रोपाई से 55 वें दिन ( प्रति एकड़ ) 8kg single super phosphate + यूरिया खाद 20kg + 4kg NPK 13-40-13 Fertilizer ( प्रति एकड़ ) Drip / जड़ों के पास दीजिए और पानी चला दीजिए।

अपने पौधों को देखते हुए ही खाद का प्रयोग करें पहले देखें कि आप के पौधे में कौन से फर्टिलाइजर की कमी है इसी के अनुसार आप खाद का प्रयोग करें।

पौधे से पौधे की बीच की दूरी (Plant to plant Distance)

पौधे से पौधे की बीच की दूरी 1 फिट रखना चाहिए और लाइन से लाइन की बीच की दूरी भी एक फिट रख सकते हैं।

खरपतवार नियंत्रण (Weed control)

खरपतवार नियंत्रण के लिए कम से कम 2 बार निराई एवं गुड़ाई करवा दें जब आप की फसल 20 से 25 दिन की हो तब पहली निराई करवाएं और जब 50 से 55 दिन की फसल हो तब दूसरी बार निराई गुड़ाई करवाएं। खरपतवार नाशक का स्प्रे ना करें।



गोभी के फूल को सफेद एवं चमकदार बनाए रखने के लिए Boron 20 % बोरोन चमक को बढ़ाता है 200-300gm Per ekad 200 लीटर पानी में spray करें ( जब फसल 40 दिन की हो )।


प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता

1 एकड़ में 120 ग्राम से 150 ग्राम गोभी की बीज की आवश्यकता होती है।


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