अखरोट क्या है ?

अखरोट में 4% पानी 7% फाइबर 14% कार्बोहाइड्रेट 15% प्रोटीन और सबसे ज्यादा लगभग 65% फैट होता है। जो इसे एक सुपर फूड की श्रेणी में जगह दिलाता है। इसलिए इसे वजन बढ़ाने और वजन घटाने दोनों तरह की डाइट में शामिल किया जा सकता है। लेकिन इसे गलत मात्रा में और गलत तरीके से इस्तेमाल करने से इससे मिलने वाले फायदे नुकसान में भी बदल सकते हैं। इसलिए अखरोट की सही मात्रा अखरोट को खाने का सही समय इसे किस प्रकार से खाने से किस तरह के फायदे और नुकसान होते हैं। इनके बारे में जानना बहुत जरूरी है।



अखरोट के क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान है।

स्किन के लिए फायदेमंद ।।

अखरोट में Melatonin नाम का Anti-Oxident पाया जाता है। जो कि इसे सभी ड्राई फ्रूट से अलग बनाता है। इसके अलावा अखरोट में Vitamin-E, Polyphenols,  Flavonoids, जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। जो हमारे शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके फ्री रेडिकल से होने वाले डैमेज से हमारे बॉडी सेल्स को प्रोडक्ट करते हैं। जिससे हमारी स्किन लंबे समय तक ग्लोइंग तो दिखती ही है। इसके साथ एज रिलेटेड जितनी भी समस्या होती है उसे भी स्लो डाउन कर देती है।

कैंसर से बचाने में मददगार ।।

अखरोट में Polyphenols, Ellagitannin, Urolithin, जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं। जिन में मौजूद anti-inflammatory प्रॉपर्टीज कैंसर सेल से फाइट करता है। और प्रोटेस्ट तथा ब्रेस्ट कैंसर से प्रोटेक्ट करने में काफी हद तक मदद करता है। 

दिमागी ताकत बढ़ाने में मददगार ।।

अखरोट को अगर आप ठीक से देखते हैं। तो यह इंसान के दिमाग की तरह दिखता है। अखरोट दिमागी ताकत बढ़ाने में बहुत अधिक मदद करता है। अखरोट में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड ब्रेन को इंप्रूव करता है। इस में पाए जाने वाला Polyphenols और Vitamin-E जैसे एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को रिड्यूस करके ब्रेन के प्रोसेसिंग पावर और याददाश्त को बढ़ाने में बहुत मदद करता है। 

दिल के लिए फायदेमंद ।।

हमारे शरीर में LDL और HDL दोनों प्रकार के कोलस्ट्रोल पाए जाते हैं। और जब भी हमारे खून में LDLकी मात्रा बढ़ती है तो ब्लड सप्लाई में रुकावट आने लगती है। और दिल के बीमारी बढ़ने के चांसेस ज्यादा होने लगते हैं। अखरोट में ALAओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो हमारे शरीर के लिए अच्छा होने के साथ-साथ बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है। और अच्छे कोलेस्ट्रोल की मात्रा को बढ़ाता है। जिससे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस रहता है। और दिल के मारी होने के चांसेस भी कम हो जाता है। हालांकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना और घटना हमारे डाइट और फिजिकल एक्टिविटी पर डिपेंड करता है इसलिए अखरोट को अपने डाइट में शामिल करने के साथ-साथ दूसरे खाने और फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी होता है।

पुरुषों में स्पर्म शक्ति को बढ़ाने में मददगार।

अखरोट में कई प्रकार के विटामिन पाए जाने के साथ-साथकैल्शियम, आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक और सेलेनियम जैसे कुछ जरूरी मिनरल्स भी पाए जाते हैं। जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं। और पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही इस में पाए जाने वाला एंटी ऑक्सीडेंट स्पर्म को फ्री-रेडिकल से होने वाले डैमेज से प्रोडक्ट करते हैं। जिससे स्पर्म काउंट स्पर्म मोटेलिटी में काफी हद तक सुधार आता है। इतना ही नहीं यह एक प्रो बैठक की तरह काम करता है। जिससे पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है। जिससे पाचन क्रिया में भी सुधार आता है।

अखरोट में कई तरह के विटामिंस मिनरल्स एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट्स की मात्रा अधिक होने की वजह से यह हड्डी और आंख को ताकत पहुंचा कर जोड़ों के दर्द और सर दर्द में फायदा पहुंचाने के साथ-साथ टाइप टू डायबिटीज से भी काफी हद तक प्रोडक्ट करता है। 

वजन बढ़ाने और घटाने में मददगार ।।

अखरोट में लगभग 65% फैट होता है। इसलिए जिन लोगों का वजन पहले से बढ़ा हुआ है। उन्हें ऐसा लगता है। की अखरोट के सेवन से उनका वजन और ज्यादा बढ़ सकता है। तो बात गलत सोच रहा है ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। चाहे आपका वजन कम हो या ज्यादा एक सही मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन कंज्यूम करने के साथ-साथ फैट को भी कंज्यूम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।  और अखरोट में पाए जाने वाले टोटल फैट में 90% से भी ज्यादा पॉलीअनसैचुरेटेड फैटऔर मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है।  जो अच्छे फैट  की श्रेणी में आता है। और शायद आपको पता ही होगा हमारे द्वारा खाए गए खाने में 20 से 35% कैलोरी फैट से होनी चाहिए। हालांकि आपको प्रतिदिन कितना फैट कंज्यूम करना चाहिए यह आपके वजन बढ़ाने और घटाने वाले फिटनेस काउंट पर डिपेंड करता है।

अखरोट खाने का सही समय क्या है।

अखरोट में हाई कैलोरी विटामिन और मिनरल्स की मात्रा अधिक होने की वजह से हमें इसका सेवन कब करना चाहिए। जब हमारे शरीर को इंसटैंटली हेल्दी न्यूट्रिशन की जरूरत हो इसके लिए सुबह खाली पेट एक्सरसाइज के बाद और शाम का समय बिल्कुल परफेक्ट होता है। क्योंकि ऐसे समय में हमारा पेट खाली होता है। जिसकी वजह से खाई जाने वाली न्यूट्रिशन को हमारा शरीर बहुत तेजी से Absorb करता है। लेकिन अखरोट में सभी ड्राई फ्रूट से अलग एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। इसलिए यह एक स्लीपिंग हार्मोन की तरह काम करता है। यही वजह है कि अखरोट का इस्तेमाल रात के समय भी किया जा सकता है। अगर आप रात के समय दूध भी पीते हैं। तो दूध के साथ आप अखरोट का सेवन कर सकते हैं। और अगर आप इसका इस्तेमाल सोने से पहले करना चाहते हैं। तो रात का खाना थोड़ा कम मात्रा में खाएं और एक से दो अखरोट को दूध के साथ या बिना दूध के खाना खाने सेआधे घंटे पहले ही इसका इस्तेमाल करें ताकि आपके शरीर को इसका खाने का पूरा फायदा मिल सके।

एक दिन में कितना अखरोट खाना चाहिए ।।

एक दिन में कितना अखरोट खाना चाहिए यह हमें इसमें मौजूद न्यूट्रिशन को ध्यान में रखते हुए डिसाइड करना चाहिए क्योंकि अखरोट में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन के अलावा सबसे ज्यादा फैट की मात्रा होती है। इसलिए आपको इसे कितना खाना चाहिए यह आपकी फिटनेस गोल पर डिपेंड करता है। क्योंकि कुछ लोग अखरोट को सिर्फ अच्छी शहद मेंटेन करने के लिए खाना चाहते हैं। जबकि कुछ लोग वजन बढ़ाने और वजन घटाने की डाइट फॉलो कर रहे होते हैं। इसलिए जरूरी है। कि इसे हर अलग अलग फायदे के लिए अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए वैसे तो 1 दिन में कम से कम एक और ज्यादा से ज्यादाछह अखरोट खाना सेहतमंद माना जाता है। अधिकतर बॉडीबिल्डर हेल्दी फैट्स के टारगेट को हिट करने के लिए अखरोट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि हर व्यक्ति का पाचन एक जैसा काम नहीं करता और किसी भी चीज का पूरा फायदा हमारे शरीर को तब तक नहीं मिल पाता जब तक वह हमारे पेट में ठीक से पच नहीं जाता । जब आप ज्यादा अखरोट का सेवन करते हैं। तो यह ठीक से पच नहीं पाता और यह फायदे की जगह नुकसान में बदल जाता है। इसलिए अगर आप अपने डेली लाइफ में ज्यादा एक्टिविटी नहीं करते और सिर्फ हेल्दी रहने के लिए अखरोट का सेवन करते हैं। तो आपको एक या दो अखरोट से ही शुरुआत करनी चाहिए और शरीर का रिस्पांस देखते हुए ही इसकी मात्रा को घटाना या बढ़ाना चाहिए अगर आप वजन घटाने या बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। तो आपको एक्सरसाइज के बाद इसका सेवन करना चाहिए।

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