कपास की खेती के लिए अनुकूल समय (suitable time)

अप्रैल-मई एवं जून के महीने में आप कपास की खेती कर सकते हैं। अप्रैल मई के महीने कपास की बुवाई के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। लेकिन कुछ ऐसी किस्में हैं। जिस की बुवाई जून महीने में भी की जाती है।



कपास की खेती के लिए तापमान (Temperature)

कपास के लिए न्यूनतम तापमान 15 से 21 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए।

कपास की फसल के लिए भूमि (Soil)

कपास की फसल के लिए मृदा का PH मान 5 से 6.5 तक बहुत ही अच्छी मानी जाती है। और काली मिट्टी पर कपास का उत्पादन बहुत ही अच्छा रहता है। तथा चिकनी दोमट मिट्टी और जल निकास की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे बारिश का पानी भूमि पर इकट्ठा ना हो भूमि पर वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी अच्छी होनी चाहिए। तथा उपयुक्त जीवाश्म पदार्थ वाली भूमि पर आप कपास की खेती सफलतापूर्वक कर सकते हैं।

कपास की उन्नत किस्में (Improve Hybrid Variety)

1) BT Cotton, 

2) संकर कपास, 

3) देशी कपास 

i)BT Cotton Rasi 773 Variety 

अवधि:- 160 से 165 दिन में तैयार हो जाती है।

मिट्टी:- भारी मिट्टी अधिक उपजाऊ मिट्टी एवं हैवी मिट्टी

उत्पादन:- 14 से 16 क्विंटल प्रति एकड़

प्रतिरोधक:-लीफ कर्ल वायरस

सिंचाई:- 7 से 8

अनुकूल राज्य:- राजस्थान एवं हरियाणा तथा पंजाब मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में

बुवाई का समय:- अप्रैल-जून

बुवाई की दूरी:-R-R 4 फीट और P-P 1.5 फीट

रेट:-400 ग्राम= ₹730

प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता:- 800 से 900 ग्राम

ii) BT Cotton Rasi 776 Variety 

अवधि:- 160 दिन में तैयार

बुवाई का समय:- अप्रैल-जून

बुवाई की दूरी:- R-R 4 फीट और P-P 1.5 फीट

प्रतिरोध:- रस चूसक कीट के प्रति सहनशील

उत्पादन :-14 से 17 क्विंटल प्रति एकड़

मिट्टी :-मध्यम और हल्की मिट्टी में उपयुक्त

रेट :-475 ग्राम = ₹760

अनुकूल राज्य :- हरियाणा पंजाब एवं राजस्थान के साथ-साथ मध्य प्रदेश उत्तराखंड महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में

सिंचाई :- 15-15 दिनो के अंतराल में

iii) BT Cotton Rasi 650 Variety 

अवधि :- 150 से 160 दिन में तैयार

बुवाई का समय:- मई-जून

अनुकूल राज्य:- हरियाणा पंजाब राजस्थान एवं मध्य प्रदेश

मिट्टी :- हल्की एवं रेतीली मिट्टी में उपयुक्त

प्रतिरोध:- LCVके प्रति सहनशील

बुवाई की दूरी:-  R-R 4 फीट एवं P-P 2 फीट

उत्पादन:-12 से 13 क्विंटल प्रति एकड़

iv) US Agri seeds 51 Variety 

अवधि 155 से 160 दिन में तैयार

बुवाई:- का समय अप्रैल-मई

उत्पादन:- 13 से 14 क्विंटल प्रति एकड़

अनुकूल राज्य :- पंजाब हरियाणा एवं राजस्थान

मिट्टी :-मध्यम हल्की एवं रेतीली मिट्टी में उपयुक्त

बुवाई की दूरी:- R-R 4 फीट एवं P-P 2 फीट

सिंचाई :- 7 से 8 बार लगभग

रेट :- 475 ग्राम = ₹760

v) Ajay 555 BT Cotton Variety 

अवधि:- 160 से 170 दिन में तैयार

बुवाई का समय:- अप्रैल-मई

उत्पादन:- 12 से 13 क्विंटल प्रति एकड़

मिट्टी:- भारी काली मिट्टी में उपयुक्त

सिंचाई:- लगभग 8 से 9 बार

अनुकूल राज्य:- राजस्थान हरियाणा गुजरात पंजाब मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र

बुवाई की दूरी :- R-R 4 सीट एवं P-P  2 फीट

रेट:- 475 ग्राम / ₹730

कपास की फसल का जीवन चक्र (Life cycle)

कपास की फसल को बुवाई से लेकर तैयार होने में लगभग 150 से 170  दिन का समय लग जाता है। कपास का जीवन चक्र उसके वैरायटी के आधार पर निर्भर करता है।

उत्पादन (per Acre Production)

14 से 16 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से आप उत्पादन निकाल सकते हैं। परंतु पिछले कई सालों से कुछ ऐसी बीमारी एवं फंगस के कारण उत्पादन काफी कम हो गया है। 

खेत तैयार (Form Preparation)

गहराई में चलने वाले हल से आपको खेत की पहली जुताई कराना है। उसके बाद कल्टीवेटर में पाटा लगवा कर खेत को सपाट करवा लीजिए। और एक एक कार में तीन से चार ट्राली पकी हुई देसी गोबर की खाद बिखेर कर रोटोवेटर से खेत को समतल करवा लीजिए। इस प्रकार आपका खेत पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।

1 एकड़ में बीज की आवश्यकता (Per Acre seeds )

800 से 900 ग्राम प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता पड़ती है।

लाइन से लाइन की दूरी (Plant to plant Distance)

पौधे से पौधे की दूरी लगभग 2 फीट रखनी है। और लाइन से लाइन की दूरी लगभग 3 फीट रखनी है। यह दूरी काफी अच्छा माना जाता है।

बुवाई (Seeds Sowing)

आपको एक-एक बीज की बुवाई करनी है। और बुवाई करते समय जो आप गड्ढा खोद रहे हैं उस गड्ढे में-

बेसल डोज (Besal dose)

15 gm DAP, + 15 gm SSP + 15 gm MOP इन सभी का मिश्रण तैयार कर के प्रति गड्ढे की दर से आप दीजिए और 1-1 बीजों की बुवाई कर दीजिए आपको काफी अच्छा रिजल्ट मिलने वाला है। 

खाद का शेड्यूल (Fertigation Schedule)

जब हमारी फसल बुवाई से 35 से 40 दिन की होती है। तब पहली खाद की आवश्यकता होती है। पहली खाद के लिए 40 kg यूरिया खाद + 5 kg Zinc Sulphate प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करें।

जब हमारी कपास की फसल बुवाई से 65 से 70 दिन की होती है। तब दूसरी खाद की आवश्यकता होती है। दूसरी खाद के लिए 30 किलोग्राम यूरिया खाद + SSP -50kg + Sagrika दानेदार को मिक्स करके प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करें।

जब हमारी कपास की फसल बुवाई से लेकर 90 से 120 दिन की होती है। तब तीसरी खाद की आवश्यकता होती है। तीसरी  खाद के लिए मैग्नीशियम सल्फेट 5 किलोग्राम + Micronutrient fertilizers -5 kg + NPK 0-52-34=4 kg इन सभी को मिक्स करके प्रति एकड़ की दर से जड़ों के पास देकर सिंचाई करें। 

Drip Fertigation Schedule 

जो भी किसान ड्रिप पर कपास की खेती कर रहे हैं। वह 0 से 50 दिन तक की फसल पर 19-19-19/12-61-0  का प्रयोग को छोड़ सकते हैं। और 50 से 80 दिन तक की फसल पर 0-52-34/17-44-0का प्रयोग को छोड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त 80 दिन से अधिक वाली कपास की फसल पर आप 0-0-50/13-40-13/0-52-34/13-0-45 जैसी खादों को आप सप्ताह में एक बार प्रति एकड़ की दर से ड्रिप पर छोड़ सकते हैं। 



स्प्रे सेड्यूल (Spray Schedule)

कपास की फसल पर सबसे बड़ी समस्याएं सफेद मक्खी, हरा मच्छर तथ एफीड के साथ-साथ गुलाबी सुंडी का प्रकोप देखने के लिए मिलता है। जिससे हमारी कपास की फसल पर 50% तक उत्पादन कम हो जाता है। हम आपको कपास की फसल पर तीन स्प्रे के बारे में बता रहे हैं जो सस्ते एवं अच्छे हैं।

1st Spray :-जब हमारी कपास की फसल 40 से 60 दिन की होती है। तब पहली स्प्रे की जाती है। पहली स्प्रे के लिए Flonicamid 50% eg =6 gm + Profenophos 40%+ Cypermethrin 4% EC =30 ml + कार्बेडाजिम 12% + मैनकोजेव 63% wp =40gm को 15 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

2nd Spray:- जब हमारी कपास की फसल 70 से 80 दिन की होती है। तब दूसरी स्प्रे की जाती है। दूसरी स्प्रे के लिए Diafenthiuron 25% + Pyriproxyfen 5% SE = 35 ml + monochotophos 36% = 30 ml को 15 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

3rd spray :- जब हमारी कपास की फसल 100 से 110 दिन की होती है। तब तीसरी स्प्रे की जाती है। तीसरी स्प्रे के लिए Spinosad 45% SC =7 ml + Diafenthiuron 50 % wp =20 gm + propineb 70% wp = 40 gm को 15 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें।

फल फूल ड्रॉप की समस्या

Paclobutrazol 40%SC को 15 लीटर पानी में 3/4 ml की दर से स्प्रे करें। या फिर Alpha naphthyl acid 4.5%SL को 15 लीटर पानी में 4/5ml की दर से स्प्रे करें।

यदि कपास के पत्ते लाल हो रहे हैं। तो समझ ले की मैग्नीशियम की कमी है। मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए मैग्निशियम सल्फेट को जड़ों के पास दे सकते हैं। या फिर मैग्नीशियम का स्प्रे भी कर सकते हैं। यदि कपास की फसल पर पीलापन नजर आ रहा है। तो आप NPK 19-19-19 को 15 लीटर पानी में 100 ग्राम की दर से स्प्रे करें तो पीलापन दूर हो जाएगा।

बैक्ट्रिया बिल्ट (Wilt) अचानक कपास की फसल फलता फूलता सूख जाता है। तो उसकी रोकथाम के लिए ट्राइकोडरमा फंगस के साथ गुड को मिक्स करके जड़ों के पास दे सकते हैं। 

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