बावच क्या होता है :-

बावची के बीजों का इस्तेमाल हम खाने में और लगाने में करते हैं। आयुर्वेद में स्टॉप बहुत अधिक इस्तेमाल किया जाता है, इसका इस्तेमाल बहुत सारी बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है इसकी तासीर गर्म होती है इसका इस्तेमाल हम सिर्फ आधा से एक चम्मच सुबह और आधा से एक चम्मच शाम को कर सकते हैं, अधिकतर बीमारियों में इसका इस्तेमाल दो बार किया जाता है परंतु कुछ बीमारियों में इसका इस्तेमाल तीन बार भी किया जाता है, अगर हम इसे सही अनुपात में इस्तेमाल करते हैं तो इसकी कोई नुकसान या साइड इफेक्ट नहीं होता है और ना ही हमें इसकी आदत पड़ती है।



गर्म तासीर और नसों की ब्लॉकेज को कैसे दूर किया जाता है :-

गर्म तासीर होने के कारण वात रोगों को दूर करने में और नसों नारियों को खोलने में बहुत अधिक मदद करती है, वात रोगों को दूर करने के लिए और नसो नड़ियों को खोलने के लिए 50 ग्राम अश्वगंधा की जड़ और 50 ग्राम बावची के बीज को पीसकर के पाउडर बना ले एक चम्मच पाउडर सुबह और एक चम्मच पाउडर शाम को गाय के गुनगुने दूध के साथ इस्तेमाल करने से इन सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

पेट के कीड़े को कैसे खत्म करें :-

अगर आप के पेट में कीड़े हैं और आप बहुत अधिक परेशान रहते हैं, तो आपके लिए यह प्रयोग बहुत ही फायदे मंद साबित होगा, इसके लिए वायब्डीण 50 ग्राम और 50 ग्राम बावची के बीज लेकर उनका पाउडर बना लें आधा चम्मच रोजाना सुबह खाली पेट खाना शुरू करें कुछ ही दिनों में आपके पेट के कीड़े नष्ट हो जाएंगे चाहे वह किसी भी प्रकार के कीड़े क्यों ना हो और आप पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएंगे।

त्वचा रोगों से कैसे छुटकारा पा सकते हैं :-

त्वचा रोग के लिए बावची का इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है बावची के बीच 50 ग्राम मंजीस्ट 50 ग्राम गोरखमुंडी 50 ग्राम इन तीनों को पीसकर पाउडर बना लेना है एक चम्मच पाउडर सुबह खाली पेट लेने से त्वचा की समस्त परेशानियां दूर हो जाती है।

फोड़े फुंसी को कैसे दूर करें :-

अगर आप फोड़े फुंसी से परेशान हैं, आप की जगह जगह पर फोड़े फुंसी निकल गए हैं और आपने बहुत सारी गोलियां खाई हैं, और आपको कोई लाभ नहीं हो रहा है तो बावची के बीज को पीसकर पाउडर बना ले और उन पाउडर को दो हिस्सों में बांट लें एक हिस्सा लगाने के लिए और एक हिस्सा खाने के लिए खाने के लिए आधा चम्मच सुबह और आधा चम्मच शाम को इस्तेमाल करें और जो लगाने वाले पाउडर है। उसमें आप थोड़ा सा पानी डालकर पेस्ट बना सकते हैं या फिर अगर आप पानी डालकर नहीं बनाना चाहते हैं, तो आप घी डालकर उसका पेस्ट बना सकते हैं। इस पेस्ट को फोड़े फुंसी वाली जगह पर लगाना है, और लगाने के बाद ऊपर से पट्टी बांध लेना है तो इससे किसी भी प्रकार की फोड़े फुंसी हो पूर्ण रूप से नष्ट हो जाता है और यहां तक कि उसका निशान भी नहीं बचता।

कब्ज से कैसे राहत पाएं :-

कब्ज की शिकायत अगर आपको तंग करती है तो बावची का इस्तेमाल आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है। बावची के बीच 50 ग्राम और हरड़ का छिलका लेकर पाउडर बना ले और आधा चम्मच शाम को हल्के गर्म दूध के साथ लेने से कब्ज की शिकायत हमेशा के लिए दूर हो जाती है या अंतरियो खुश्की और शिकूराहट को दूर कर देता है।

मूत्र की समस्या को कैसे दूर करें :-

मूत्र की समस्या के लिए भी बावजी का इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होता है, जंगली गोखरू 20 ग्राम और बावची के बीच 20 ग्राम ले और इस को पीसकर के पाउडर बना लीजिए आधा चम्मच सुबह शाम गुनगुने पानी से इस्तेमाल करने से मूत्र से संबंधित सभी विकार दूर हो जाती हैं, जैसे की पेशाब में जलन होना पेशाब बार बार आना और पेशाब करके आए दोबारा आने की शिकायत हो जाना या फिर पेशाब करते समय बहुत ज्यादा दर्द होना या पेशाब पीले रंग का आना या फिर पेसाब में धातु आना या पेशाब में मवाद आना इन सभी समस्याओं में यह बहुत ज्यादा फायदेमंद सिद्ध होती है। 

पसीने की ग्रंथी को कैसे ठीक करें :-

कई लोगों के पसीने की ग्रंथि पूरी तरह से सिकुड़ जाती है, जिससे उसे पसीना नहीं आता है, चाहे वह कितनी भी गर्मी में रहे उसे पसीने की समस्या हो जाती है, जिस कारण उसे तरह-तरह की बीमारियां होने लग जाती है, क्योंकि जब हमारे शरीर से पसीने बाहर निकलते हैं, तो लगभग हमारी सभी प्रकार की गंदगी शरीर से बाहर निकाल देते हैं, जिससे हमें कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है अगर आपको भी पसीने ना आने की समस्या है, तो आप बावची के बीज के पाउडर बनाकर आधा चम्मच पाउडर सुबह शाम खाने में इस्तेमाल करें और इसके पिसे हुए पाउडर को किसी बर्तन में तीन चम्मच डालें और 6 चम्मच मुल्तानी मिट्टी के पाउडर को डालें और उसे रात भर के लिए छोड़ दें सुबह उठते ही इससे अपने शरीर पर लगाएं और आधे घंटे के बाद हल्का गर्म पानी से धो ले ऐसा करने से पसीने की ग्रंथियां पूरी तरह से खुल जाएगी और आपकी बहुत सारी बीमारियां दूर हो जाएगी।

काम इच्छाशक्ति को कैसे बढ़ाए :-

कई पुरुषों में काम इच्छाशक्ति समाप्त हो जाती हैं। काम इच्छा-शक्ति को बढ़ाने के लिए वीर्य को बढ़ाने के लिए भी बावची का प्रयोग कर सकते हैं। आपको सफेद मूसली 50 ग्राम, जयफल 50 ग्राम, और बावची के बीज 50 ग्राम इन तीनो चीजो को अलग-अलग पीस ले। जब इनका पाउडर बन जाए तब इन तीनो को आपस में मिला ले। इसे 1 चम्मच सुबह और 1 चम्मच शाम को गाय के गर्म दुध के साथ सेवन करने से वीर्य की बढ़ोतरी होती है, वीर्य में शुक्राणु बहुत ही अच्छे मात्रा में बनने लग जाते हैं, और पुरुषों में काम शक्ति बढ़ जाती है, इसका प्रयोग करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है, और पुरुष बहुत अच्छा महसूस करते हैं।

शरीरिक दागों से कैसे छुटकारा पाएं :-

कई लोगों को शरीर पर सफेद - सफेद दाग हो जाते हैं जिसे हम फुलवैरी का नाम देते हैं। इस रोग में भी बावची का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद होता है 50 ग्राम बावची के बीज लेने हैं, और 25 ग्राम मूली के बीज लेने हैं, 25 ग्राम हड़ताल वर्गीय लेना है इन तीनों को अलग-अलग पीसकर पाउडर बना ले जब पाउडर बन जाए उनको एक बर्तन में डालकर अच्छी तरह मिला लें और इसमें से थोड़ा सा पाउडर निकाले और उसमें गोमूत्र मिलाकर उसका पेस्ट बनाएं उस पेस्ट को अपने शरीर में जिस जगह दाग है, वहां पर लगाएं और आधा घंटा धूप में बैठ जाए अगर आधा घंटा नहीं बैठ सकते हैं तो कम से कम 10 मिनट अवश्य बैठे ऐसा करने से सफेद दाग की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है।

इसका खाने में इस्तेमाल कैसे करना है :-

इसको खाने में इस्तेमाल करने के लिए 50 ग्राम गिलोय सूखा आंवला 50 ग्राम और बावची के बीच 50 ग्राम तीनों को पीसकर पाउडर बना ले एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम को गुनगुने पानी के साथ खाना खाने के 1 घंटे बाद इस्तेमाल करने से शरीर में कहीं भी अगर आपके सफेद दाग की शिकायत है, तो वह हमेशा हमेशा के लिए ठीक हो जाएगा।

एग्जिमा को कैसे ठीक करें :-

जिन लोगों को एग्जिमा की शिकायत है,  अगर आप एग्जिमा से बहुत अधिक परेशान हैं तो आप इसका इस्तेमाल करके लाभ उठा सकते हैं, बावची के लिए मंचीस्ट और पवार बीज तीनों को पीस करके पाउडर तैयार करना है, एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम को गुनगुने पानी के साथ सेवन करना है, और इसी पाउडर को किसी बर्तन में डालकर नारियल तेल की सहायता से पेस्ट तैयार कर लेना है और उस पोस्ट को एक्जिमा वाली जगह पर लगाना है और इस से आधे घंटे तक ऐसे ही छोड़ दे आधे घंटे के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें याद रखें साबुन का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना है, अगर आप इस विधि का प्रयोग करते हैं, तो आपकी एक्जिमा की शिकायत है पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी।



सोरायसिस को कैसे ठीक करें :-

अगर आपको सोरायसिस की समस्या है, तो बावजी के बीज आपके लिए बहुत फायदेमंद है। बावजी के बीज खाने और लगाने से आपको बहुत अधिक फायदा होगा। सोरायसिस के लिए पेस्ट बनाने के लिए 50 ग्राम बावजी ले 100ml नारियल का तेल लेना है, इन दोनों को एक बर्तन में डालकर अच्छे से घुटाई करनी है, घुटाई करने में कम से कम 3 घंटे का समय लगता है, जब आपको लगे अच्छे से घुटाई हो गई है तो इस तेल को छानकर रख लें और इस तेल की मालिश सुबह शाम करें इससे आपकी सोरायसिस की शिकायतें दूर हो जाएगी। इसका पाउडर बनाने के लिए बावची के बीज लेने हैं 50 ग्राम मांजीस्त 50 ग्राम लेनी और जुलाई 50 ग्राम लेनी है, याद रखें सुखी गिलोरी लेनी है इन तीनों को पीसकर अच्छी तरह से पाउडर बना लें और इस पाउडर का सेवन एक चम्मच हुआ और एक चम्मच शाम को गाय की हल्के गर्म दूध के साथ करें इससे आपकी सोरायसिस की समस्याएं बहुत जल्द दूर हो जाएगी।


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