हरसिंगार के वृक्ष के यह अचूक फायदे जानकर आप सच में दंग रह जाएंगे कि एक ही वृक्ष में इतनी सारी फायदेमंद औषधि का होना कैसे संभव है।
हम हमेशा जड़ी बूटियों की जानकारी को लेकर के आपके बीच आते हैं और आपको देते है, ढेर सारी जीवनो की अनुभूत प्रयोग आज हम बड़े प्रयत्न से एक और सुप्रसिद्ध पौधे के साथ आये हैं। पर हमारे देश के अंदर लगभग हर जगह इस पेड़ को आप देख सकते हैं। और बहुत सारे देशवासी इस पेड़ के बड़े प्रशंसक भी हैं। इसकी समस्या अभी तो यही है, कि आप इसके फूलों को ही देख पा रहे हैं। फूल रात को दिखते हैं। सवेरे में झड़ जाते हैं। इसको इसीलिए शायद अंग्रेजी में जिस-मायिल बोलते हैं। जिसका भौतिक नाम निकाह प्रिंस हैं। कृषि फेसिस इसको हम हिंदी में परिजात के रूप में हम इसको जानते हैं। यह पौधा जो आयुर्वेदिक की दृष्टि से बहुत ही महत्व माना जाता है। चाहे वह मंदिरों में या घरों में हो इसकी पुष्प को चढ़ाना हो तो यह पुष्प बहुत पवित्र माने जाते हैं। इसकी जो सुगंधी है, वह बहुत ही प्यारी होती है। परिजात का यह वृक्ष हरसिंगार का यह पेड़ वास्तव में यह हमारी देश की शोभा हैंं। आपके घर आंगन की यह सभा हो सकती है। क्योंकि जहां पर यह पेड़ होता है और इसके फूल खिलते हैं। वहां का पूरा वातावरण सुगंधित रहता है। बहुत ही खुशबू देने वाला यह पुष्प होता है। औषधि के रूप में यह पौधा
● आपकी जीवन में खुशबू दे सकता है। आयुर्वेद के अंदर ऋषियों ने इसके बहुत सारे औषधीय गुणों का वर्णन किया है, तो मैं तो उन गुणों में से जो हमने जिन अनुभवों को पाया उन अनुभवों को आपके साथ हम बांटना चाहते हैं। कितनी भयानक सर्च का पालन ह वह कितनी भी भयानक हो और यदि आप इस सर्च इट का पालन करके खेल दुभ भी नहीं पा रहे हैं चल फिर भी नहीं पा रहे हो। जिसको रैंबा बाय कहते हैं जो कमर से पॉइंट से शुरू होकर के और पैरों तक जो जाती है। जो कोशिका होती है नस में उसके लिए हम हरसिंगार के तीन पत्ती से पांच पत्ती ले सकते हैं। इसको दो गिलास पानी मे उबल कर काढ़ा बनाकर पीते हैं, तो आपको बहुत लाभ होगा। इसके अतिरिक्त इसके पत्तों का काढ़ा आपके शरीर में कहीं पर भी सूजन है, दर्द है, तो सूजन और दर्द के लिए यह अत्यंत कष्ट निवारक है, तो उस दर्द के लिए उस सूजन और दर्द के लिए हरसिंगार का उपयोग करना बहुत ही लाभदायक होगा।
● आपकी जीवन में खुशबू दे सकता है। आयुर्वेद के अंदर ऋषियों ने इसके बहुत सारे औषधीय गुणों का वर्णन किया है, तो मैं तो उन गुणों में से जो हमने जिन अनुभवों को पाया उन अनुभवों को आपके साथ हम बांटना चाहते हैं। कितनी भयानक सर्च का पालन ह वह कितनी भी भयानक हो और यदि आप इस सर्च इट का पालन करके खेल दुभ भी नहीं पा रहे हैं चल फिर भी नहीं पा रहे हो। जिसको रैंबा बाय कहते हैं जो कमर से पॉइंट से शुरू होकर के और पैरों तक जो जाती है। जो कोशिका होती है नस में उसके लिए हम हरसिंगार के तीन पत्ती से पांच पत्ती ले सकते हैं। इसको दो गिलास पानी मे उबल कर काढ़ा बनाकर पीते हैं, तो आपको बहुत लाभ होगा। इसके अतिरिक्त इसके पत्तों का काढ़ा आपके शरीर में कहीं पर भी सूजन है, दर्द है, तो सूजन और दर्द के लिए यह अत्यंत कष्ट निवारक है, तो उस दर्द के लिए उस सूजन और दर्द के लिए हरसिंगार का उपयोग करना बहुत ही लाभदायक होगा।
● यह देश में सर्वत्र पाया जाता है। हो सकता है, यह आपके घर के घर आंगन की शोभा बढ़ा सकता है। किसी भी तरह की शरीर में सूजन और दर्द है। उसके लिए यह बहुत ही लाभकारी है और बहुत ही अच्छी औषधि है। इसके अतिरिक्त यह जो वृक्ष है, वह आपके आर्थराइटिस उसके लिए संभव हो सकता है। इसकी जो पंचांग है, इसकी जो फूल हैं, पत्तियां हैं, पेड़ की जो छाल हैं। इसको आप लेकर के पेड़ की छाल पेड़ को नुकसान ना पहुंचे पेड़ के लिए छाल ना मिले तो इसके कोमल पत्तियों को टहनियों को काट के उसमें चूना मिलाकर के जितने मिल जाए उसको मिला कर के और काढ़ा बना दीजिए लगभग सूखा हुआ पत्तियां और जो शेष भाग होता है। उसका उपयोग करेंगे तो आपके शरीर में होने वाली लगभग 90% बीमारियां जड़ से खत्म हो जाएगी।
अगर आप प्रतिदिन है। हरसिंगार के पत्तों का सेवन करते हैं, तो यह संभव है, कि आपके शरीर में जितनी भी प्रकार की बीमारियां है, वह लगभग जड़ से खत्म हो जाएंगी इसलिए इसका एक उत्तम उपाय यह है, कि यदि आपके घर में हरसिंगार के पौधे नहीं है, तो आप अपने घर में एक हरसिंगार वृक्ष का पौधा लगा लीजिए इससे आपके घर का वातावरण हमेशा सुख और शांति भरा रहेगा।
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