अनुकूल समय (Suitable Time)

मूंग रबी और खरीफ के मध्य ग्रीष्मकालीन की सबसे कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है। 15 मार्च से 5 अप्रैल तक मूंग की खेती के लिए सबसे बेस्ट मानी जाती है। अप्रैल के प्रारंभिक सप्ताह में आप मूंग की बुवाई कर सकते हैं। मूंग की मूंग की खेती के लिए यह बढ़िया समय होता है।







खेत तैयार (Farm Preparation)

गेहूं चना या सरसों के बाद खेत को अच्छी तरह से साफ करके कल्टीवेटर चलवा कर रोटावेटर से एक बोरी SSP खाद को पूरे खेत में बिखेर कर समतल करवा लीजिए।

अनुकूल मृदा (Suitable soil)

मूंग की फसल के लिए काली मिट्टी, काली दोमट, भारी मिट्टी, हल्की मिट्टी, और उपयुक्त जिवास्म पदार्थ वाली मिट्टी पर आप मूंग की सफल खेती कर सकते हैं।

उन्नत किस्में (Best Variety)

1 ) ... MH 421 ( 5-6 क्विंटल उत्पादन ) . 

2 ) ... सम्राट PDM - 139 ( 5-6 क्विंटल उत्पादन ) . 

3 ) ... पूसा विराट ( 4-5 क्विंटल उत्पादन ) .. 

4 ) ... IPM 410-3 ( शिखा ) ( 6-7 क्विंटल उत्पादन ) . 

यह सभी मूंग की उन्नत किस्में है। इस के तरफ से आप अपने क्षेत्र के हिसाब से मिट्टी के हिसाब से बेस्ट किसमें का चयन कर सकते हैं।

प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता (Per Acre seeds)

7-8 kg प्रति एकड़ की दर से बीज की आवश्यकता होता है। और अगर आप घर की बीज की बुवाई कर रहे हैं। तो 10 से 11 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से बीज की आवश्यकता होता है।

बीज उपचार (seed treatment)

F.B.I. ( फंगीसाइड + बैक्टीरियासाइड + कीटनाशक) तकनीक से ही आप बीज उपचार कर सकते हैं। Remedial gold + izombiem + Imidacloprid से आप बीजों का उपचार कर सकते हैं।

कतार से कतार की दूरी (Line to line Distance)

10 से 12 इंच लाइन की दूरी मूंग की फसल के लिए सबसे बेस्ट मानी जाती है।

बुवाई के समय खाद (Besal dose)

बुवाई करते समय DAP - 15KG + Micronutrient fertilizers - 5 kg + micro rhizobium - 3 kg ( प्रति एकड़ बुवाई के समय इस्तेमाल करें ) 

खरपतवार की रोकथाम (Weed control )

मूंग की फसल में अगर खरपतवार अधिक उड़ जाते हैं। तो उत्पादन में लगभग 40 से 50% तक गिरावट आ जाती है। यदि आप खरपतवार नाशक का प्रयोग कर रहे हैं। तो मूंग की फसल पर pre - emergence spray of herbicide BASF VALOR 32 स्प्रे का प्रयोग कर सकते हैं। बुवाई के तुरंत बाद 800ml प्रति एकड़ की दर से स्प्रे करें और सिंचाई करें। 

सिंचाई 

मूंग की फसल पर भारी मिट्टी में चार सिंचाई और हल्की मिट्टी में पांच सिंचाई की आवश्यकता होती है। मूंग की फसल पर लगभग 10 दिनों के अंतराल में सिंचाई करना चाहिए - 

• पहली सिंचाई -- बुवाई के समय 

• दूसरी सिंचाई -- बुवाई से 10 से 12 दिनो में

• तीसरी सिंचाई -- दुसरी सिंचाई से 12-14 दिनों में 

• चौथी सिंचाई -- तीसरी सिंचाई से 12 दिनों में 

ध्यान रखें कि मिट्टी के हिसाब से ही आवश्यकतानुसार सिंचाई करना है।

पहली खाद (1st Fertigation)

हम मूंग की फसल पर केवल एक ही बार खाद का प्रयोग करने वाले हैं। जब मूंग की फसल बुवाई से 14 से 15 दिन : यूरिया खाद 15kg सल्फर  90 % 3kg [ जडो के पास देकर सिंचाई करें ] 

मूंग की फसल पर लगने वाले कीट फंगस और insects

मूंग की फसल पर मुख्य रूप से Thraips, Afaid, white fly, illi, semilupers, इसके अतिरिक्त फली छेदक, पीला मोजेक वायरस, रष्ट पाउडरी मिलडायू का प्रकोप देखने के लिए सबसे अधिक मिलता है।

स्प्रे शेड्यूल (Spray Schedule)

मूंग की फसल पर हमें आवश्यकता अनुसार ही स्प्रे करना चाहिए कई किसान मूंग की फसल पर चार स्प्रे करते हैं। तो कई किसानों की फसल पर दो स्प्रे करते हैं। तो कई किसान मूंग की फसल पर केवल एक ही स्प्रे करते हैं। 

1st Spray : - ( बुवाई से 12 से 13 वे दिन )

Emamectin benzoate 40gm + UPL saaf FUNGICIDE- 200gm प्रति एकड़।

2nd Spray : - ( बुवाई से 25 वे दिन )

Dayer fame 30ml + स्वाधीन fungicide 250ml + Fantac Plus Tonic 100ml . प्रति एकड़ स्प्रे करें।

3rd Spray : - ( बुवाई से 35 वे दिन )

Coragen 50ml / - प्रति एकड़

4th Spray : - ( बुवाई से 45 वे दिन )

Ampligo 60-70ml + lambda - cyhalothrin 150ml प्रति एकड़।

अगर कीटों का प्रकोप अधिक होता है तो आप आवश्यकतानुसार दोज को बढ़ा भी सकते हैं।

जीवन चक्र (life cycle)

मूंग की फसल का जीवन चक्र 2 महीने का होता है यह वैरायटी पर भी निर्भर करती है कुछ वैरायटी 52 दिनों पर तैयार हो जाती है। तो कुछ वैरायटी 60 दिनों पर तैयार हो जाती है। मूंग की खेती कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है।



उत्पादन (Productions)

आप 6 से 7 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उत्पादन ले सकते हैं।

गेहूं की कटाई के बाद अपने खेत को खाली मत छोड़िए। उसमें मूंग की बुवाई कर दीजिए। क्योंकि मूंग कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है।

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